गुरुवार, जनवरी 28, 2010

सपना नाटक की प्रस्तुति ने दर्शकों को किया मुग्ध भारत पर्व पर सृजन सारथी की प्रस्तुति

सपना नाटक की प्रस्तुति ने दर्शकों को किया मुग्ध भारत पर्व पर सृजन सारथी की प्रस्तुति

छाप छोडने में रही सफल

भिण्ड 27 जनवरी 2010

      गणतंत्र दिवस की संध्या पर भिण्ड शहर के व्यापार मण्डल सभाकक्ष में ग्वालियर की सृजन सारथी संस्था द्वारा प्रस्तुत सपना नाटक का शुभारंभ अटेर ब्लॉक के ग्राम बडापुरा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिवराम सिंह भदौरिया के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। श्री भदौरिया ने महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर भारत पर्व कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलेक्टर सुहेल अली, डिप्टी कलेक्टर अमरीश श्रीवास्तव एवं एके चांदिल सहित गणमान्य एवं प्रबुद्व नागरिक जिला प्रशासन भिण्ड के विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मीडिया प्रतिनिधि सहित बडी संख्या में आम लोग उपस्थित थे।

·            निर्देशक और लेखक सचिन मजूमदार द्वारा भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा विषय पर मंचित सपना नाटक की प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों का मनमोह लिया। नाटक के पात्रों की सजीव प्रस्तुति को उपस्थित दर्शकों द्वारा करतल ध्वनि से सराहाया गया।

·            प्रस्तुती में नाटक के जरिए भ्रूण हत्या एवं दहेज प्रथा के मार्मिक प्रसंग को सजीवता से प्रस्तुत किया गया। प्रस्तुति में एक दम्पति जो अपनी पुत्री का विवाह  अच्छा सजातीय वर नही मिलने से परेशान थे। आपसी  सलाह पर पुत्री के विवाह के लिए मैरिज ब्यूरो आते है जहां उनका शादी के लिए उतावले एक अनपढ युवक से सम्पर्क होता है इसीतरह एक अन्य युवक जो स्वयं की शादी के लिए परेशान था दोनो लडकों के  बीच प्रश्नक्विच प्रतियोगिता होती है जिसमें दोनो सही जबाव नही दे पाते है। लडकी ने अपनी पसंद के लडके से शादी माता पिता की चिन्ता खत्म की  जिसे लडकी के माता पिता द्वारा अंतता स्वीकार किया जाता है। सपना नाटक मंचन के माध्यम से जातिपात का भेद ईश्वर द्वारा नही वरन मनुष्य द्वारा पैदा किया गया है। भ्रूण हत्या एवं दहेज प्रथा के चलते देश में पैदा हुई कन्याओं  की कमी के संकट की स्थिति  का बखूबी मंचित किया गया।

·            सपना प्रस्तुति के पश्चात अनुसूचित जाति बालक आश्रम महुआ लहार के कक्षा एक से पॉच तक के 12 छात्र छात्राओं के समूह द्वारा ब्रज माधुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए श्रीकृष्ण-राधा मिलन एवं विराह तथा श्री राधाकृष्ण मयूर नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसका मंचन एवं संचालन कौशलेन्द्र प्रताप सिंह (कौशल) द्वारा किया गया। इस प्रस्तुति को दर्शकों द्वारा सराहाया गया ।

 

कोई टिप्पणी नहीं: