शनिवार, जुलाई 03, 2010

इदुर्खी एवं जमुहा शिविर में लाभान्वित हुये ग्रामीणजन

इदुर्खी एवं जमुहा शिविर में लाभान्वित हुये ग्रामीणजन

 

भिण्ड 2 जुलाई 2010

       कलेक्टर भिण्ड रघुराज राजेन्द्रन ने जिले के ग्रामीणों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने तथा संचालित कार्यक्रमों में लोगों की सहभागिता जोडने और मनरेगा कार्यक्रम में मजदूरों को कार्य के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रौन ब्लॉक के ग्राम इदुर्खी एवं लहार ब्लॉक के जमुंहा ग्राम में शुक्रवार को सम्पन्न सूचना सह जागरूकता शिविर में आपसी संबाद के जरिए जागरूक किया। शिविर में समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय विहीन एपीएल परिवारों के यहाँ अभियान के रूप में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण कराने लोगों को प्रेरित करने की जानकारी दी गई। शिविर में सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डाबर, एसडीएम लहार रिंकेश बैश्य सहित खण्ड स्तरीय अधिकारी एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

मजदूरी कराने हेतु करेगें प्रोत्साहित

       कलेक्टर रघुराज राजेन्द्रन ने ग्रामीणों को मनरेगा कार्य में कार्य करने वाले श्रमिकों को प्रेरित करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति श्रमिकों को कार्य करने के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रेरित करेगें वे मेट्स कहलाएगें। जाबकार्ड धारी परिवार को एक वर्ष में 100 दिवस की मजदूरी अनिवार्य रूप से दी जाएगी। जो श्रमिक मनरेगा में कार्य करेगें उन्हें प्रति दिन 100 रूपये की मजदूरी दी जाएगी। जो भी  मेट्स किसी कार्य में 30 मजदूरों को मजदूरी करने के लिए प्रेरित करेगा उसे एक मजदूर दिवस की मजदूरी फ्री में मिलेगी। 300 लोगों को मजदूरी करने के लिए प्रेरित करने वाले मेट्स को दस दिवस की मजदूरी फ्री में दी जाएगी। यदि कोई मेट्स तीन हजार मजदूरों को मजदूरी करने के लिए प्रेरित करेगा तो ऐसे मजदूर को 100 दिवस की मजदूरी फ्री में दी जाएगी। कलेक्टर ने सचिवों से मजदूरी भुगतान के लिए बैंकों में खोले जा रहे खाते की जानकारी देते हुये निर्देश दिये कि सभी श्रमिकों के खाते तत्काल खोले जाए।

हौसला थमे नही, शौचालय बनवाने प्रेरित करें

       कलेक्टर ने ग्राम इदुर्खी एवं जमुंहा के ग्रामीणों को समग्र स्वच्छता अभियान के तहत एपीएल परिवार के यहाँ व्यक्तिगत शौचालय निर्माण कराने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति एपीएल परिवार के यहाँ शौचालय बनवाने के लिए मुखिया सहित उस परिवार को प्रेरित करेगें उसे प्रति शौचालय 100 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कलेक्टर ने ग्राम के जागरूक लोगों का आव्हान किया कि हौसला थमे नही शौचालय बनवाने के लिए शौचालय विहीन परिवारों को सतत प्रेरित करें। एक शौचालय के निर्माण पर केवल 2500 रूपये की राशि व्यय होती है। शौचालय का निर्माण कराना परिवार के स्वास्थ और सम्मान का प्रतीक है। परिवार के मुखिया घर की बेटी एवं बहुओं की इज्जत एवं मान मर्यादा का ख्याल रखे और परिवार के मान सम्मान के लिए सबसे पहले घर पर ही शौचालय का निर्माण कराये।

सामाजिक सुरक्षा और विकलांग पेंशन की जानकारी दी गई

       शिविर में ग्रामीणजनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन और विकलांग पेंशन की जानकारी दी गई। कलेक्टर ने बताया कि बीपीएल परिवार के वे व्यक्ति जिनकी उम्र 65 वर्ष या अधिक है और जिन्हें वर्तमान में पेंशन नही मिल रही है। उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलेगी। इसीतरह बीपीएल परिवार की ऐसी विधवा महिलाएं जिनकी उम्र 40 वर्ष से लेकर 64 वर्ष की है और जिन्हें विधवा पेंशन का लाभ नही मिल रहा है वे लाभ लेने के लिए ग्राम पंचायत में आवेदन कर सकती है। कलेक्टर ने सचिवों को ग्राम के ऐसे व्यक्ति जिन्हें पेंशन नही मिल रही है को लाभ दिलाने के लिए सत्यापन करने तथा ऐसे व्यक्तियों के नाम जनपद पंचायत कार्यालय को भेजने की सलाह दी गई।

 

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