बुधवार, जनवरी 07, 2009

राजस्व अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर योजनाओं की हकीकत जाने-कलेक्टर श्री शिवहरे

राजस्व अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर योजनाओं की हकीकत जाने-कलेक्टर श्री शिवहरे

भिण्ड 31 दिसम्बर 2008

       कलेक्टर श्री अशोक कुमार शिवहरे ने कहा है कि राजस्व अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करें  तथा भ्रमण के दौरान शासन द्वारा संचालित सभी कल्याणकारी योजनाओं की मैदानी हकीकत का भी जायजा लेवें। इसके लिये सम्बन्धित हितग्राहियों से सवांद स्थापित करें। उन्होंने यह बात आज राजस्व, स्वास्थय व सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा के दौरान कही बैठक में एडीएम श्री आरपी भारती सहित सभी एसडीएम तहसीलदार व विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री शिवहरे ने कहा कि शासन द्वारा जनहित में अनेक योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। योजना का लाभ प्रत्येक जरूरत मंद तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित विभाग की है लेकिन योजनाओं की समीक्षा का दायित्व शासन द्वारा कलेक्टर तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को सौंपा है। कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में सम्बन्धित एसडीएम तथा तहसीलदार मैदानी स्तर पर योजनाओं की समीक्षा करें। तथा उनमें सुधार हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को भी आगाह करें।

       विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान श्री शिवहरे ने स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित जननी सुरक्षा योजना, दीनदयाल उपचार योजना, जिला और राज्य बीमारी सहायता योजना तथा रेडक्रांस व रोगी कल्याण समिति के सहयोग से संचालित गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार  द्वारा गरीब व्यक्तियों को बैहत्तर स्वास्थ सुविधाएें मुहैया कराने के लिये योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नही की जावेगी। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि वह अपने अपने अनुभाग में दीनदयाल उपचार योजना व बीमारी सहायता योजनाओं की गहन समीक्षा कर सात दिवस में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। उन्होंने चिकित्सकों को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये मरीजों के साथ सहानुभूति पूर्व वरताव करने की सलाह भी दी।  श्री शिवहरे ने भिण्ड जिले में आवारा कुत्तों की बढती संख्या और उनके द्वारा राहगीरों को काटने की शिकायतों पर चिंता व्यक्त की। तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को इजेंक्सन की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश भी दिये। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र स्तर पर रोगी कल्याण निधि का जनभागीदारी के रूप में उपयोग कर स्वास्थ्य केन्द्रों की छोटी मोटी जरूरतें पूरी कराने के निर्देश भी दिये।

       कलेक्टर ने जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों पर चिंता व्यक्त की तथा सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह अपने अनुभाग में गेहूं व मिट्टी के तेल वितरण व्यवस्था को सुचारू बनावे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों मे कहा कि मिट्टी के तेल की कालाबाजारी की शिकायतें प्राप्त होने पर सम्बन्धित क्षेत्र के राजस्व अधिकारी के विरूद्व कठौर दण्डात्मक कार्रवाई की जावेगी। उन्होंने गरीबों के हिस्से का राशन व तेल के कालाबाजारी करने वाले व्यक्तियों व संस्थाओं के विरूद्व आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश दिये। श्री शिवहरे ने कहा कि सभी एसडीएम सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गत तीन माह में आपूर्ति व वितरण की जानकारी तैयार कर एक सप्ताह में प्रस्तुत करेें। उन्होंने निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्रों में 15 से 20 तारीख के मध्य तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 21 से 25 तारीख तक राशन वितरण के दौरान राजस्व व खाद्य विभाग के अधिकारी नियमित रूप से भ्रमण करें।

       उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी अभियान चलाकर अविवादित नामांतरण, बटवारा, सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण करें तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान सम्बन्धित पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव व ग्रामीणों से चर्चा कर प्रकरणों का मौके पर ही निराकरण करावे। प्राकृतिक आपदा प्रकरणों में संवेदन शीलता के साथ स्वविवेक का उपयोग कर जरूरत मंद को त्वरत राहत पहुंचाने का प्रयास करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सुरक्षा पेंशन, बृद्वावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, निराश्रित पेंशनरों की समीक्षा के निर्देश भी दिये। इसके साथ ही विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन व आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से प्रदाय किये जा रहे पोषण आहार की गुणवत्ता परखने के निर्देश भी दिये है।

 

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