भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक श्री कुमार चंदन (आईआरएस) ने प्रशिक्षण में कहा कि चुनाव का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। जो अभ्यर्थी या अभिकर्ता पूर्व में चुनाव संबंधी व्यय लेखा से अवगत है तो उनको समझने में कम कठिनाई होगी। उन्होंने व्यय लेखा टीम को निर्देश दिए कि जो अभ्यर्थी एवं अभिकर्ता नये है और उन्होंने इसके पूर्व कभी भी चुनाव में व्यय लेखा का कार्य नहीं देखा है उनको विशेषतौर उनको व्यय लेखा के संबंध में समझाया जाए। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी या अभिकर्ता द्वारा जो खर्चा चुनाव में किया जा रहा है। उसको प्रतिदिन रजिस्टर में अंकित करें और ज्यादा से ज्यादा बैंक से लेनदेन करें। जहां तक संभव हो नगदी के रूप में कम ही खर्च करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बचाव हेतु मास्क, सेनेटाईजर क्रय किया जाए, उसे भी व्यय खर्चे में जोडा जाए। रेट लिस्ट सभी अभ्यर्थियों एवं अभिकर्ताओं को उपलब्ध कराई जा चुकी है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि व्यय लेखा रजिस्टर को पूरे निर्वाचन कार्य के दौरान कम से कम तीन बार अवश्य चेक करने हेतु प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि चुनाव कार्य में जो खर्चा हो रहा है उसको प्रतिदिन रजिस्टर में अंकित करें। कोविड-19 के अन्तर्गत हाईकोर्ट द्वारा जारी दिशा निर्देश व गाईडलाईन का पालन सुनिश्चित करें। प्रारंभ में निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान नामांकन भरने से लेकर मतगणना तक हुए व्यय के बारे में व्यय लेखा टीम के द्वारा अलग-अलग रंगो के पेपर में भरने की विधि को अभ्यर्थी एवं उनके अभिकर्ताओं को समझाया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अभ्यर्थी को नया खाता खोलना होगा।