रविवार, जुलाई 25, 2010

लोक कल्याण शिविर से लाभान्वित हुये ग्रामीण जन खेल की गतिविधियों से शिक्षित बनाए बच्चों को शेरपुर, मेहगांव में सम्पन्न हुये शिविर

लोक कल्याण शिविर  से लाभान्वित हुये ग्रामीण जन  खेल की गतिविधियों से शिक्षित बनाए बच्चों को शेरपुर, मेहगांव में सम्पन्न हुये शिविर

भिण्ड 23 जुलाई 2010

       कलेक्टर भिण्ड रघुराज राजेन्द्रन की विशेष उपस्थिति में गोहद तहसील के ग्राम पंचायत शेरपुर एवं खेरिया तौर मेहगांव में शुक्रवार को सम्पन्न हुये सूचना सह लोक कल्याण शिविर से अनेक ग्रामीण जन जागरूक एवं लाभान्वित हुए है। शिविर के जरिए ग्रामीणों को कल्याणकारी कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी देते हुये लाभ लेने पर जोर दिया गया। शिविर में जनपद पंचायत अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह परमार, सीईओ जिला पंचायत अर्जुन सिंह डाबर, जिला स्तरीय अधिकारी, एसडीएम गोहद एसके दुबे एवं एसडीएम मेहगांव मनोज सैयाम, तहसीलदार एके तिवारी, श्रीमती नीना गौर, जनपद पंचायत के सीईओं तथा ग्रामीणजन उपस्थित थे। शेरपुर शिविर में 105 आवेदन प्राप्त हुए  जिसमें सर्वाधिक 85 आवेदन राजस्व एवं ग्रामीण विकास विभाग के संबंधित प्राप्त हुये। मेहगांव शिविर में 26 आवेदन प्राप्त हुये।प्राप्त आवेदनों के निराकरण के संबंध में जिला अधिकारियों द्वारा कार्यवाही शुरू की जाकर समय अवधि निर्धारित की गई।

कलेक्टर ने नवप्रवेशी छात्र छात्राओं को खेल कूद की विभिन्न गतिविधियों से शिक्षित बनाने पर जोर दिया। इसी तरह समग्र स्वच्छता अभियान को गति देने और  गॉव की बहू एवं बेटियों के मान सम्मान के लिए घरों में ही शौचालय का निर्माण कराने और उसका नियमित रूप से उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने जोर देते हुये कहा कि गांव के बच्चों की टोली बनाई जाए उस टोली को यह बताया जाए कि घरों में शौचालय बनाना क्यो आवश्यक है और बच्चों के माध्यम से ग्राम पंचायत क्षेत्र में शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करें।  कलेक्टर ने ग्रामीणों एवं युवाओं से शौचालय क्यो जरूरी है और इसके क्या- क्या लाभ हो सकते है की जानकारी ली और सही जबाव देने वाले ग्रामीणजनों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने लोगों को समग्र स्वच्छता अभियान में आगे आकर कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने बताया कि ऐसे एपीएल परिवार जिनके घरों में निजी शौचालय नही है उन्हें शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करने वाले व्यक्तियों को प्रति शौचालय 100 रूपये के मान से प्रोत्साहित राशि दिलाई जाएगी।

जाति प्रमाण के आवेदन शाला प्रमुख प्राप्त करें

कलेक्टर ने आय एवं जाति प्रमाण पत्र के संबंध में शिविर में आवेदन दिये जाने पर ग्रामीणों को बताया कि जाति प्रमाण पत्र के संबंध में शाला के प्राचार्य कों आवेदन प्रस्तुत करें। शाला प्राचार्य द्वारा निर्धारित प्रपत्र में पूर्ति करने एवं सत्यापन कार्यवाही करने के उपरांत संबंधित क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों को आवेदन भेजे जाएगें। कलेक्टर ने दो टूक शब्दों में कहा कि आय एवं जाति प्रमाणपत्र के लिए छात्रों को भटकाए नही इस संबंध में लापरवाही करने वाले संस्था के प्राचार्य के खिलाफ कडी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पालकों का आव्हान किया कि वे जाति प्रमाण पत्र बनाये जाने के संबंध में शाला के प्राचार्य के समक्ष उपस्थित होकर भरे जाने वाले प्रपत्र की पूर्ति से संबंधित जानकारी दे।

 

कलेक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि मनरेगा योजना अन्तर्गत जो व्यक्ति गांव के 30 मजदूरों को 100 दिवस के लिए मजदूरी करने के लिए प्रेरित करेगें उन्हें 10 हजार रूपये की मजदूरी उपलब्ध होगी। इसी तरह बीपीएल परिवार के ऐसे व्यक्ति जो जल संबर्धन के लिए अपने खेत पर मेढ बंधान करते है उन्हें भी 100 रूपये की मजदूरी मिलेगी। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक एवं हितग्राही मूलक कार्य कराये जाने हेतु ग्राम पंचायतों के खाते में दी गई स्वीकृति से 2 लाख रूपये की अधिक राशि उनके खाते में जमा कराई गई है।

योजनाओं की जानकारी दिलाने शिविरों का आयोजन

सीईओ जिला पंचायत अर्जुन सिंह डाबर ने नंदन फलोद्यान,एसजीएसवाय,इन्दिरा आवास योजना एवं समग्र स्वच्छता अभियान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सचिवों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए खण्ड स्तरीय आयोजित किये जाएगे। इन शिविरों के माध्यम से सरपंच सचिव को जन कल्याणकारी योजना की जानकारी देते हुये पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित कराये जाने पर जोर दिया जाएगा। आपने ग्रामीणों का आव्हान किया कि ग्राम की स्वच्छता के लिए घूरे एवं करकट निर्धारित स्थान पर डाले जिससे गंदगी नही हो सके। उन्होंने कहा कि घरों के निकासी के पानी की समुचित व्यवस्था हों जिससे पहुंच मार्ग पर अनावश्यक कीचड हो।

शेरपुर हाईस्कूल प्राचार्य की हुई शिकायत

       ग्राम पंचायत शेरपुर के प्रांगण में सम्पन्न जिला स्तरीय सूचना सह लोक कल्याण शिविर में ग्रामीणों द्वारा प्राचार्य की शिकायत की गई। शिकायत में कहा गया कि संस्था के प्राचार्य छात्रों से अधिक फीस लेते है। वे नियमित रूप से शाला में नही आते है और शैक्षणिक समय में मद्यपान करते हुये शाला में उपस्थित होते है।

मध्यम कुपोषित बच्चों के उपचार हेतु विशेष प्रयास

       जिला स्तरीय सूचना सह लोक कल्याण शिविर शेरपुर में जिला महिला एवं बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती कल्पना बौहरे ने ग्रामीणों को बच्चों में कुपोषण होने के कारणों की जानकारी देते हुये कहा कि विभिन्न कारणों से बच्चों में कुपोषण की स्थिति निर्मित होती है। एक हजार की जनसंख्या पर लगभग 30 से 35 बच्चें मध्यम कुपोषण की स्थिति में आते है। ऐसे बच्चों को पोषित बनाने के लिए घर की महिलाओं को विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए ग्रामीण महिलाओं से संबाद स्थापित करते हुये उन्हें जागरूक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों के कुपोषण स्तर को दूर करने के लिए अटल बाल पोषण योजना शुरू की जा रही है।

किशोरी बालिकाओं हेतु, एनीमिया नियंत्रण कार्यक्रम

उन्होंने बताया कि 11 से 17 वर्ष उम्र की किशोरी बालिकाओं में ऐनीमिया की कमी को दूर करने के लिए एनीमिया नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसके तहत शाला जाने वाले बच्चों को सप्ताह में एक बार आयरन की गोली दी जाएगी। इसी तरह शाला नही जाने वाली बच्चियों को आंगनबाडी केन्द्रों से आयरन की गोलियां वितरित की जाएगी। यह गोली खाना खाने के बाद खाना जरूरी है। शिविर में शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत एवं सामाजिक न्याय, ग्रामीण विकास द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।

 

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