बुधवार, नवंबर 04, 2009

सामाजिक स्वच्छता एवं ऊर्जा संरक्षण के प्रति नागरिक जिम्मेदार बने- संजीव

सामाजिक स्वच्छता एवं ऊर्जा संरक्षण के प्रति नागरिक जिम्मेदार बने- संजीव

स्थापना दिवस पर संपन्न संगोष्ठी में दिये गये बहुमूल्य सुझाव

भिण्ड 2 नवम्बर 2009

      म.प्र. स्थापना दिवस  की संध्या पर पुलिस परेड ग्राउण्ड में जिला पंचायत भिण्ड के अध्यक्ष संजीव सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में स्वच्छता एवं स्वास्थ तथा ऊर्जा सरंक्षण के उपाय विषय पर एक महती संगोष्ठी सम्पन्न हुई । संगोष्ठी में वक्ताओं द्वारा सामाजिक सरोकार की भावना को जाग्रत करने पर जोर दिया गया और बहुमूल्य सुझाव दिये गये। इस मौके पर कलेक्टर सुहेल अली, अपर कलेक्टर छोटेसिंह, डिप्टी कलेक्टर अनिल चांदिल, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी, सीएमओं भिण्ड सुरेश चन्द्र जैन,प्रसिद्व साहित्यकारद्वय डा सुखदेव सिंह सेंगर,डा शिवेन्द्र सिंह,पीएचई के ई ई डा सुरेन्द्र शर्मा, विभिन्न विभागों के अधिकारी गणमान्य व्यक्ति  एवं आम नागरिक उपस्थित थे।

      इस अवसर पर मुख्य अतिथि संजीव सिंह कुशवाह ने स्वच्छता एवं स्वास्थ तथा ऊर्जा सरंक्षण के लिये नागरिकों का आव्हान करते हुये जिम्मेदार बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि सामाजिक प्रगति के लिये स्वच्छता को दैनिक दिनचर्या में शामिल करना होगा तथा स्वच्छता के प्रति आम लोगों की मानसिकता में बदलाव भी जरूरी है उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि लोग अपने अपने घरों के सामने साफ सफाई नही रखते है और घर का कूड़ा कचड़ा का व्यवस्थित रूप से निपटान भी नही करते है। लोगों की मानसिकता में यह बात घर कर गई है कि सफाई इत्यादि का कार्य भी सरकार का कार्य है। उन्होंने कहा कि जब प्रत्येक नागरिक देश एवं प्रदेश के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने लगेगें तभी विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को मिलेगा उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि सामाजिक सरोकार की भावना के लिये प्रतेक व्यक्ति आत्म मंथन करें और यह सोचे कि उसने एक दिवस के 24 घण्टे में परिवार समाज एवं प्रदेश तथा देश के लिये क्या किया है। उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान के स्वर्णिम मध्यप्रदेश की भावनाओं को सरोकार करने के लिये प्रत्येक नागरिक को सहयोग करना होगा तभी मध्यप्रदेश देश में अग्रणी हो सकेगा।

      संगोष्ठी में साहित्यकार डा सुखदेव सिंह सेंगर ने कहा कि मनुष्य को प्रकृति द्वारा वायु जल एवं भोजन सहजता से उपलब्ध कराया गया है जिसका उपयोग लोगों को आवश्यकता के अनुरूप करना चाहिए। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया कि वे मनुष्यों के लिए दैनिक जीवन से जुडी प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें और पर्यावरण का संतुलन बनाने में मदद करें। उन्होंने नागरिक अपील में कहा कि शहर के नागरिक घरेलू कचरों के निपटान में अपनी जिम्मेदारी निभाए और कचरों को उचित जगह पर नष्ट करें।

      डा शिवेन्द्र सिंह ने कहा कि लोग सफाई के साथ साथ ऊर्जा की बचत करें उन्होंने पर्यावरण, बेटी, नशा तथा भाई चारे विषय पर मुक्तक की जरिए अपने उदगार प्रकट किये जिसे करतल ध्वनि से सराहा गया। संगोष्ठी में कार्यपालन यंत्री पीएचई श्री सोनी, विद्युत मण्डल के रमेश मिश्रा, डा सुरेन्द्र शर्मा द्वारा स्वच्छता एवं स्वास्थ ऊर्जा संगोष्ठी में अपने उदगार व्यक्त किये गये। संगोष्ठी का संचालन करते हुये अपर कलेक्टर छोटे सिंह ने बहुमूल्य सुझाव दिये। उन्होंने नागरिक अपील में कहा कि जहा रहे वहां हर तरीके से स्वच्छता बनाये और सड़क के किनारे शौच जाने से बचे। उन्होंने बताया कि रास्ते के किनारे की गंदगी पानी के जरिए लोगों के घरो तक जाती है जिससे संक्रामक बीमारी फैलती है ओर लोग अस्वस्थ होते है। उन्होंने बताया कि घरों के कामकाज के व्यर्थ पानी के सदउपयोग के लिये लोग घरों के पास सोख्ते गड्डे बनाये। सर्वप्रथम निकासी के पानी को एक छेद किये हुये मटके में एकत्रित करें जिससे छेद से पानी बाहर निकल सके और कचरा मटके एकत्रित हो सके। ऐसा करने से सोख्ते गड्डे में एकत्रित पानी से जल संरक्षण होगा। संगोष्ठी में जिले के लोगों से अपील की गई है कि ऊर्जा सरंक्षण के लिये सीएफएल बल्ब का उपयोग करें और इसके उपयोग के लिये लोगों को जागरूक बनाये।

 

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