बुधवार, अगस्त 18, 2010

कृषि कार्य में उन्नत लाभ ले

कृषि कार्य में उन्नत लाभ ले

भिण्ड 17 अगस्त 2010

       कृषि उप संचालक कृषि मनोज कश्यप ने खरीफ फसल हेतु किसानों को सलाह दी है कि खरीफ फसल में उन्नतशील तकनीकी विधि को अपनाकर खेती करें। इससे अधिक उत्पादन तो मिलेगा साथ ही खेती की लागत भी कम होगी। भूमि का सुधार भी हो सकेगा किसानों रासायनिक उर्वरक प्रयोग के साथ साथ खेतों सनई ढेचा की फसल में फूल आने से पहले उसे हल से खेतों में पलट दे। इससे खेतों की प्राकृतिक उर्वरा शक्ति बढेगी इसके अलावा वायो गैस स्लरी, नाडेप कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, गोबर खाद आदि का उपयोग करना चाहिए तथा उर्वरकों और रासायनिक खादों की मात्रा आधी कर देना चाहिए।

       किसानों को खेती में फसल चक्र अपनाना चाहिए इसके लिए एक ही खेती में फसल चक्र अपनाना चाहिए। इसके लिए अपने खेतों में लगातार एक जैसी फसले पैदा करने से फसलों में उत्पादन कम मिलता है साथ ही फसल में रोग-कीटो एवं खरपतवारों का प्रकोप अधिक होता है। इसलिए किसानों को चाहिए कि बाद दलहनी फसले लेना चाहिए इससे उर्वरक शक्ति का क्षरण कम होता है। किसानों को अपने खेतों की मेढ बंदी की देखाभाली भलीभांति करते रहे जिससे कि वर्षा के पानी से खेतों में कटाव न होने पाये यदि वर्षा के पानी से खेत में कटाव हो गया तो खेतों की उपजाऊ मिट्टी वह जावेगी। किसान भाई खरीफ में बोनी करने जा रहे है वह उन्नत शील बीजों की प्रजातियों को बोये। किसानों को चाहिए कि दलहनी फसलो में राजेवियम, पी एसवी कल्चर का प्रयोग करें। धान आदि की फसल में एजोवेक्टर, पीएसवी कल्चर प्रयोग करे। किसानों को अपनी खरीफ फसलों की बोनी, कनारों से करे। खरीफ में किसान भाई वर्षा के कारण छिटका बोनी करते है इससे बीज सही न ही जमते साथ ही नीद नियंत्रण में परेशानी होती है तथा खाद उर्वरक बीज से हटकर गिरने से उत्पादन भी कम होता है। अत: तिल,उडद, सोयाबीन 30 से मी कतार में तथा ज्वार, अरहर 40 से.मी और धान 15 से 20 से.मी की दूरी पर कतारों में बोनी करना चाहिए। बीजों को 3 से 4 से.मी से अधिक गहरा नही वोना चाहिए। फसलों में नीदा नियंत्रण करना जरूरी है, यदि किसान भाई नींदा नियंत्रण करते है तो खाद एवं उर्वरकों का भरपूर लाभ फसल को मिलता है।

       उप संचालक कृषि ने बताया कि खरीफ फसलों में एकीकृत पौध संरक्षण का प्रयोग करने के लिए फसल से रोग ग्रस्त पौधों को खेतों से निकाल कर फैक देना चाहिए तथा फसल की सुरक्षा हेतु नीम निवोली आदि के पोल का छिडकाव धान आदि की फसल में करें तथा एनपीव्ही वायरस ड्राइकोडरमा कार्ड लाइट ट्रेप फोरोमोन ट्रेप का प्रयोग कीट नियंत्रण हेतु तथा ट्राइकोडरमा का प्रयोग करना चाहिए।

 

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