शुक्रवार, नवंबर 27, 2009

अब अलग नही, साथ साथ रहेगें , लोक अदालत ने संवारा 4 दम्पत्तियों का जीवन

अब अलग नही, साथ साथ रहेगें , लोक अदालत ने संवारा 4 दम्पत्तियों का जीवन

भिण्ड 26 नवम्बर 2009

      वीते सप्ताह भिण्ड जिले में सम्पन्न वृहद लोक अदालत से 4 नव दम्पत्तियों का जीवन संवारा है। आपसी समझौते एवं वैवाहिक राजीनामा होने से दामपत्य जीवन से अलग होकर जीवन जीने वाले 4 उभय पक्षों के मध्य पुर्न जीवन स्थापना का मार्ग खुला है। जिला सत्र एवं न्यायाधीश तथा अध्यक्ष विधिक सेवा प्राधिकरण से विशेष प्रयासों से वर्ष 2007 में वैवाहिक जीवन की बागडोर संभालने वाले जितेन्द्र और गीता देवी तथा वर्ष 2009 में वैवाहिक गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने वाले नव दम्पत्ति धर्मेन्द्र एवं पिंकी, सुरेन्द्र एवं सुषमा तथा संभू उर्फ प्रदीप और किरण उर्फ श्रूती विभिन्न कारणों से अलग अलग गृहस्थ जीवन जी रहे थे इनके जीवन में लोक अदालत के जरिए पुर्न जीवन स्थापना की नई सौगात आई है। सभी दम्पतियों ने   जिला न्यायाधीश हरीश चन्द्र शर्मा एवं अन्य न्यायाधीशों की सलाह को मानते हुये गृहस्थ जीवन साथ साथ जीने के मार्ग को स्वीकार किया।

 

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