सोमवार, मार्च 22, 2010

भ्रूण लिंग परीक्षण सामाजिक अपराध है फूफ एवं सुरपुरा शिविर से जागरूक हुये ग्रामीणजन

भ्रूण लिंग परीक्षण सामाजिक अपराध है फूफ एवं सुरपुरा शिविर से जागरूक हुये ग्रामीणजन  

भिण्ड 19 मार्च 2010

      भ्रूण लिंग परीक्षण दण्डनीय अपराध है घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पीडित महिला एवं बच्चों की समस्या के समाधान के लिए प्रभावकारी उपाय शुरू किये गये है। पीडित महिला एवं बच्चे समस्या के समाधान के लिए टोलफ्री नम्बर पर सम्पर्क कर सकते है की जानकारी फूफ एवं सुरपुरा के ग्रामीणों को शुक्रवार को सम्पन्न सूचना सह प्रदर्शनी आयोजन से मिली। शिविर में आम लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार साहित्य वितरित किये गये। इस मौके पर बडी संख्या में ग्रामीणजनों ने प्रदर्शनी को निहारा और सरकार द्वारा शुरू किये गये कार्यक्रमों से लाभान्वित होने एवं अन्य लोगों को लाभान्वित कराने का संकल्प लिया गया। फूफ में आयोजित प्रदर्शनी में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा इन्द्रजीत सिंह सिकरवार एवं चिकित्सा कर्मियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर लोगों को कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये गये उपायो की जानकारी दी गई।

      शिविर में लोगों को उप संचालक जनसम्पर्क भिण्ड द्वारा जानकारी दी गई कि प्रदेश सरकार द्वारा भ्रूण लिंग परीक्षण को दण्डनीय अपराध घोषित किया गया है। लिंगानुपात को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संस्थागत प्रस्रव को बढावा दिया गया है साथ ही मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की गई है। यही नही घरेलू हिंसा के खिलाफ पीडित महिला एवं बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए कानून बनाए गये है। घरेलू हिंसा से पीडित महिला एवं बच्चें क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट के पास, पुलिस थाने तथा परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास के पास शिकायत दर्ज कर सकते है। घरेलू हिंसा से महिला एवं बच्चों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अस्थाई आश्रय, प्रशिक्षण एवं पुनर्वास 24 घण्टे हैल्पलाईन, चिकित्सा सहायता एवं पुलिस सहायता सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

      प्रदर्शनी में प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए शुरू किये गये जन कल्याणकारी के साथ साथ ग्राम पंचायतों एवं नवीन निकायों में दिये गये 50 प्रतिशत आरक्षण मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना गांव की बेटी योजना,शिक्षकों के पदों में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस विभाग के 10 प्रतिशत पदों पर महिलाओं की नियुक्ती के लिए किये गये आरक्षण, महिला बटालियन की स्थापना, आंगनबाडी केन्द्रों में मनाए जाने वाले मंगलदिवस की जानकारी दी गई। चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से आओं बनाए अपना मध्यप्रदेश अभियान के सात संकल्पों की जानकारी के साथ साथ प्रदेश में बीते 6 बर्षो में कल्याणकारी कार्यक्रमों से अर्जित उपलब्धियों को छायाचित्रों के माध्यम से लोगों को अवगत कराया गया। जिसमें लाडली लक्ष्मी योजना मुख्यमंत्री भूमिहीन मजदूर सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, जननी सुरक्षा योजना, पोषण पुनर्वास कार्यक्रम सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गई।

 

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