रविवार, फ़रवरी 12, 2017

ओला पीड़ित किसानों को हर संभव मदद मिलेगी - श्री बिसेन

ओला पीड़ित किसानों को हर संभव मदद मिलेगी - श्री बिसेन

कृषि मंत्री गोहद के ग्राम गुरीखा में किसानों से हुए रूबरू
भिण्ड | 12-फरवरी-2017
 
   
 
   कृषक कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने जिले की विधानसभा गोहद के ग्राम गुरीखा में ओले से प्रभावित हुई किसानों की फसलो के बारे में रूबरू हुए। साथ ही किसानों से सरसो, गेहूं, चना, मसूर आदि में ओले से हुए नुकसान के बारे में चर्चा की।
    इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष केपी सिंह, मण्डी अध्यक्ष मौ श्री सज्जन सिंह यादव, एसडीएम गोहद श्री आशीष वशिष्ठ, पार्टी पदाधिकारी श्री लक्ष्मीनारायण शर्मा, तहसीलदार श्री एलके पाण्डेय, संयुक्त संचालक कृषि श्री राजीव जोशी, गुरीखा सरपंच श्री सामंत सिंह, विभागीय अधिकारी, क्षेत्रीय अन्य पार्टी पदाधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
    कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ग्राम गुरीखा में किसानों के बीच आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ओला पीड़ित किसानों को हर संभव मदद देने के प्रयास कर रही है। जिसके अन्तर्गत जिला प्रशासन द्वारा सर्वे कार्य कराया जा रहा है। सर्र्वे के उपरांत आरबीसी 6-4 के नवीन नियमो के अन्तर्गत प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जावेगी। उन्होंने कहा कि सिंचित किसानों की ओला प्रभावित फसलो के लिए 14 हजार प्रति हेैक्टैयर मुआवजा दिया जावेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि जिस किसान की 33 प्रतिशत फसल ओले से प्रभावित हुई है। उसको शत प्रतिशत नुकसान मानकर मुआवजा राशि दी जावे। उन्होंने कहा कि खेती किसानी करते अगर किसी किसान की मृत्यु हो जाती है तब उसके परिवार को 4 लाख रूपए की सहायता दी जावेगी।
    कृषि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि किसानों का पूरी पारदर्शितता के साथ सर्वे कराया जावे। जिसमें एसडीएम श्री आशीष वशिष्ठ सर्वे कार्य पर निगरानी रखें। जिससे वास्तविक नुकसान के मान से किसानों को सर्वे के उपरांत मुआवजा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर को मुआवजा राशि के पूरे अधिकार दिए गए है। जिनके अन्तर्गत कलेक्टर बिना राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजे किसानों को सर्वे के उपरांत मुआवजा राशि का वितरण कर सके। उन्होंने कहा कि ओला प्रभावित किसानों को प्राकृतिक आपदा और बीमा के रूप में अलग-अलग सहायता प्रदान की जावेगी। उन्होंने कहा कि किसान गोबर की खाद तैयार कर ऋषि खेती को अपना सकते है। इस दिशा में  313 विकास खण्डो के 1252 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऋषि खेती के अन्तर्गत बिना दवाईयां डाले गोबर खाद के माध्यम से दस हैक्टैयर  खेती की दिशा में लाभ लिया जा सकता है। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने ग्राम गुरीखा में ग्रामीण महिलाओं की समस्याऐं सुनी। साथ ही उनके निदान के लिए तत्काल कार्यवाही करते हुए एसडीएम गोहद श्री आशीष वशिष्ठ को मौके पर भेजा।

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