शुक्रवार, जुलाई 16, 2010

ग्राम पंचायत द्वार का आकस्मिक निरीक्षण लाट निकालकर ग्राम का चुनाव किया

ग्राम पंचायत द्वार का आकस्मिक निरीक्षण लाट निकालकर ग्राम का चुनाव किया

कलेक्टर एवं अधिकारियों ने जानी जमीनी हकीकत प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला बंद मिली

भिण्ड 14 जुलाई 2010

       ग्रामीण अंचलों की प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाने तथा कर्मचारियों की ग्रामों में उपस्थिति का आकलन करने और मैदानी अंचलों में क्रियान्वित योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए कलेक्टर भिण्ड रघुराज राजेन्द्रन ने भिण्ड तहसील की ग्राम पंचायत द्वार का अधिकारियों के साथ आकस्मिक निरीक्षण किया है। निरीक्षण में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला द्वार बंद मिली। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्जुन सिंह डावर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं तहसीलदार एके सेन भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने लाटरी पद्वति से लाट निकालकर द्वार पंचायत का चुनाव करते हुये आकस्मिक निरक्षण किया।

       कलेक्टर को ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में एक-एक शिक्षक पदस्थ है। शिक्षकों द्वारा शालाओं को नियमित रूप से नही खोला जाता है। निरीक्षण के मौक्े पर प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला बंद मिली। कलेक्टर ने बाबा साहेब स्व सहायता समूह को सांझा चूल्हा कार्यक्रम गतिविधि संचालित करते हुये बच्चों को मध्यान्ह भोजन बनाकर प्रदाय करने के निर्देश दिये। प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं की शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए ग्राम के कक्षा 12 वी पास युवकों से आवेदन पत्र लेकर मैरिट के आधार पर अतिथि शिक्षक की नियुक्ति करने के निर्देश दिये। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में संचालित मिनी आंगनबाडी केन्द्र से बच्चों को पोष्टिक आहार के रूप में पंजीरी के पैकेट प्रदाय किये गये है।

कलेक्टर ने  मिट्टी के तेल वितरण की जानकारी ग्रामीणों से ली। ग्रामीणो ने बताया कि सनावई विक्रेता द्वारा खाद्यान्न एवं तेल वितरण में अनियमित्ता की जाती है। कलेक्टर द्वारा ग्रामीणों के राशन कार्ड की जांच की गई। उन्होंने माह फरवरी से माह अप्रैल तक प्रदाय किये गये खाद्यान्न एवं मिट्टी के तेल वितरण के कॉलम की प्रवृष्टि नही की जाने पर तहसीलदार से टीप अंकित कराते हुये इसकी पुष्टि जिला स्तरीय वितरण पंजी से कराने के निर्देश दिये। ग्रामीणों ने बताया कि अनुसूचित जाति वस्ती में संचालित माध्यमिक शाला का हैडपम्प खराब है।इसी तरह प्राथमिक विद्यालय के लिए स्वीकृत किया गया अतिरिक्त कक्ष का निर्माण अपूर्ण है। ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर ने पहुंच मार्ग निर्माण का स्टीमेंट तैयार करने कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को निर्देशित किया। कलेक्टर ने ग्रामीणों को सलाह दी कि पहुंच मार्ग निर्माण के लिए लागत की आधी राशि जमा कराने पर जनभागीदारी मद से पहुंच मार्ग निर्माण की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

कलेक्टर ने ग्रामीणों को सोलर स्ट्रीट लाईट की सुविधा के लिए 10 हजार रूपये पंचायत के खाते में जमा कराने की सलाह दी। राशि जमा होने पर ग्राम में 1.40 लाख लागत से पॉच सोलर स्ट्रीट लाईट की सुविधा बहाल कराई जाएगी। कलेक्टर ने ग्रामीणों को मनरेगा योजना अन्तर्गत श्रम मूलक कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति एक फीट गहरा आठ फीट लम्बा और आठ फीट चौडा गड्डा खोदेगें उन्हें प्रतिदिन 100 रूपये की मजदूरी दी जाएगी। ग्रामीण चौपाल के जरिए कलेक्टर ने लोगों से लंबित फौती नामांतरण की जानकारी प्राप्त की। इसी तरह शालाओं में वितरित नि:शुल्क पाठयपुस्तके एवं गणवेश वितरण की जानकारी ली गई। कलेक्टर ने स्कूल चलें हम अभियान के तहत 6 से 14वर्ष उम्र के शाला जाने योग्य बच्चों को स्कूलों में भेजने की सलाह दी।

 

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