सोमवार, मई 17, 2010

कुपोषित बच्चों की मॉ के कुपोषण को दूर करने आयोग करेगा पहल शासन को भेजेगें सुझाव

कुपोषित बच्चों की मॉ के कुपोषण को दूर करने आयोग करेगा पहल शासन को भेजेगें सुझाव

महिला आयोग की अध्यक्ष ने पोषण पुनर्वास केन्द्र का किया निरीक्षण

भिण्ड मई 2010

       मध्यप्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कृष्णकांता तोमर ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय भिण्ड के मेटरनिटी वार्ड, पोषण पुनर्वास केन्द्र तथा गहन शिशु चिकित्सा इकाई का निरीक्षण किया। उनके साथ श्रीमती महिमा चौहान, मुख्य चकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा राकेश शर्मा, सिविल सर्जन डा केएन शर्मा भी उपस्थित थे। गहन शिशु चिकित्सा इकाई मे कुपोषित 7 बच्चें उपचार के लिए भर्ती थे। आपने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन से अति कुपोषित बच्चों की माँ के कुपोषण स्तर को दूर करने के लिए बनाई जाने वाले कार्य योजना और उन्हें पोषित बनाने के लिए  क्या किया जा सकता है की जानकारी ली।  और इस हेतु कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये।  उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों पोषित बनाने के लिए जरूरी है कि कुपोषित माँ को भी पोषित बनाया जाए। इस हेतु राज्य महिला आयोग की ओर से  शासन को सुझाव भेजे जाएगे।

       श्रीमती तोमर ने गहन शिशु चिकित्सा इकाई केन्द्र पर उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा के साथ साथ पर्याप्त साफ सफाई होने पर इस व्यवस्था को निरंतर रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले के कुपोषित बच्चों को समुचित उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया जाए। इस हेतु मैदानी अंचलों में विशेष पहल की जाए। जो कुपोषित बच्चें उपचार के लिए चिकित्सालय नही लाये जा रहे है उन्हें समुचित उपचार के लिए भर्ती कराया जाए।

घरेलू हिंसा अधिनियम में दो प्रकरण दर्ज

       राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कृष्णकांता तोमर ने बताया कि घरेलू हिंसा से पीडित दो महिलाए उनके समक्ष उपस्थित हुई। महिलाओं की व्यथा सुनने के बाद श्रीमती तोमर ने घरेलू हिंसा अधिनियम में प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिये। श्रीमती तोमर को भिण्ड नगर पुरानी बस्ती विलवार मोहल्ला की श्रीमती विमला देवी और वाटर वर्क्स की श्रीमती रानी देवी ने अपनी व्यथा सुनाई।

 

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