सोमवार, मई 17, 2010

सर्पदंश की घटना पर झाड फूक नही, उपचार कराए निकट के प्राथमिक उपचार केन्द्र की मदद ले

सर्पदंश की घटना पर झाड फूक नही, उपचार कराए निकट के प्राथमिक उपचार केन्द्र की मदद ले

भिण्ड 9 मई 2010

       प्रदेश के मुख्य सचिव एवं राहत आयुक्त मदन मोहन उपाध्याय ने समस्त आयुक्त एवं कलेक्टर्स को प्रेषित पत्र में शर्प दंश से होने वाली मृत्यु दर को कम करने जागरूकता अभियान चलाये और सर्प दंश की घटना पर सर्वप्रथम प्राथमिक उपचार कराने के लिए लोगों को जागरूक बनाने पर जोर दिया है। प्रेषित पत्र में कहा गया है कि सर्प दंश से होनी वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए जरूरी है कि घटना के तत्काल बाद पीडित व्यक्ति का उपचार निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कराया जाए। सर्प दंश से पीडित व्यक्ति को स्वस्थ कराने के लिए झाड-फूक नही कराया जाए। झाड फूक करने से पीडित व्यक्ति स्वस्थ नही होता है। पीडित व्यक्ति को तत्काल निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुचाया जाए। जहॉ चिकित्सकों द्वारा उपचार शुरू किये जाने से सर्पदंश से पीडित व्यक्ति के स्वस्थ होने की संभावना बढ जाती है। लोगों को जागरूक बनाने के लिए ग्रामों में संचालित आंगनबाडी एवं पशु चिकित्सा सेवा के माध्यम से लोगों को सर्प दंश की घटना होने की स्थिति में पीडित व्यक्ति के उपचार के लिए निकट के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र  अथवा निजी चिकित्सकों की मदद लेने के लिए जागरूक बनाने पर जोर दिया गया है।

 

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