शनिवार, मई 08, 2010

जिले की 1887बसाहटो में पेयजल आपूर्ति

जिले की 1887बसाहटो में पेयजल आपूर्ति

898 लाख लागत की 24 नवीन ग्रामीण गतिवर्धित नलजल योजना का कार्य जारी

       पीएचई मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने जिले की पेयजल आपूर्ति की समीक्षा की। अधीक्षण यंत्री ग्वालियर ने बताया कि भिण्ड जिले के 896 राजस्व ग्राम की 1887 बसाहटों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 40 लीटर के मान से पेयजल आपूर्ति जारी है। जिले में 15062 हैण्डपम्प स्थापित है। विभागीय मद में 10530 और अन्य विभाग के 4532 हैण्डपम्प समिलित है। वर्तमान में असुधार योग्य की श्रेणी में 305 हैण्डपम्प बंद है। 14757 चालू है। जिले में दो जून तक हैण्डपम्प संधारण की जानकारी के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। अधीक्षण यंत्री ने जिले में स्थापित कुल नलजल योजनाओं में से वर्तमान में चालू नलजल योजनाओं की जानकारी दी।

       भिण्ड जिले में गतिवर्धित पेयजल कार्यक्रम के तहत 24 नवीन नलजल योजनाए 898 लाख रूपये की स्वीकृति की गई है। जिनका निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसीतरह जल गुणवत्ता से प्रभावित मेहगांव एवं गोहद ब्लॉक की 82 बसाहटों के लिए 78 नलजल योजनाएं रूपये 1535.575 लाख की स्वीकृति हुई है। वर्ष 2009-10 में 35 नलजल योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। शेष योजनाओं के लिए स्रोत निर्माण एवं अन्य कार्य हेतु ठेकेदारों को आदेश दिये गये है। बैठक में नवीन नलकूप खनन एवं हैण्डपम्प स्थापना और टूटे फूटे प्लेटफार्म के निर्माण भूजल संवर्धन कार्य आश्रम एवं छात्रावास में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की गई।

पेयजल परिवहन व्यवस्था पर 60 लाख का प्रावधान

गोहद के 24 मेहगांव के 29 ग्रामों में पेयजल परिवहन की संभावना

       जिले के गोहद ब्लॉक के 25 और मेहगांव के 29 ग्रामों में जारी ग्रीष्मऋतु में पेयजल स्रोत में जल स्तर की कमी और गुणवत्ता प्रभावित खारे पानी की विसमता की संभावना के मद्देनजर पेयजल परिवहन का प्रावधान किया गया है। जिसके लिए लगभग 60 लाख रूपये की राशि संबंधित ग्राम पंचायतों को दी जाएगी।

       पीएचई मंत्री श्री बिसेन ने निर्देश दिये कि जिन हैण्डपम्पों का खनन पीएचई विभाग द्वारा कराया गया है। विभाग उन्ही हैण्डपम्पों की मरम्मत एवं संधारण का कार्य करें। आपने कार्यपालन यंत्री से पाईप उपलब्धता की स्थिति तथा ठैकेदारों के लंबित भुगतान की जानकारी ली।

 

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